विकास खण्ड कटेहरी के पीछे कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश ग्रामीण आवास परिषद द्वारा बनवाया गया सरसहाट आज चारों तरफ झाडियों से घिरा हुआ हैं तथा बेकार साबित हो रहा है। विकास खण्ड कटेहरी के क्षेत्रीय लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए शासन प्रशान द्वारा सन् 2009 को ग्राम विकास विभाग द्वारा सरसहाट का निर्माण कराया गया था। जिसकी लागत लगभग 16 लाख लगा। शासन की यह मंशा थी कि क्षेत्रीय तथा बाजार वासियों को इनकी किराये पर कमरा आवंटित कर रोजगार कराया जाय जिससे लोगों का विकास हो कसें। लेकिन छह साल बीतने के बावजूद भी ना तो उसमें हाट लगा ना तो कोई कार्य हुआ इसका निर्माण कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश ग्रामीण अवासा परिषद के तहत कराया गया था आज उस हाट की दशा यह हो गयी है कि उसके चारों तरफ बडी बडी झाडिया उगी हुई है तथा झाड झंखाल की बाढ सी लग गयी है। सरसहाट की दशा एकदम से जर्जर हो गयी है। तथ्ज्ञा आज तक इस सरसहाट के बारे में क्षेत्रीय लोगों को जानकारी तक नहीं है और न ही एक दुकान खुली है। शासन प्रशासन का इतने लाखों द्वारा बनाया गया सरसहाट बेकार साबित हो रहा है। तथा उसमें गाय भैस व भेड बकरिया चर रही है।
Sunday, 25 September 2016
बडी बडी झाडियों में छिप गयी सरसहाट
विकास खण्ड कटेहरी के पीछे कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश ग्रामीण आवास परिषद द्वारा बनवाया गया सरसहाट आज चारों तरफ झाडियों से घिरा हुआ हैं तथा बेकार साबित हो रहा है। विकास खण्ड कटेहरी के क्षेत्रीय लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए शासन प्रशान द्वारा सन् 2009 को ग्राम विकास विभाग द्वारा सरसहाट का निर्माण कराया गया था। जिसकी लागत लगभग 16 लाख लगा। शासन की यह मंशा थी कि क्षेत्रीय तथा बाजार वासियों को इनकी किराये पर कमरा आवंटित कर रोजगार कराया जाय जिससे लोगों का विकास हो कसें। लेकिन छह साल बीतने के बावजूद भी ना तो उसमें हाट लगा ना तो कोई कार्य हुआ इसका निर्माण कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश ग्रामीण अवासा परिषद के तहत कराया गया था आज उस हाट की दशा यह हो गयी है कि उसके चारों तरफ बडी बडी झाडिया उगी हुई है तथा झाड झंखाल की बाढ सी लग गयी है। सरसहाट की दशा एकदम से जर्जर हो गयी है। तथ्ज्ञा आज तक इस सरसहाट के बारे में क्षेत्रीय लोगों को जानकारी तक नहीं है और न ही एक दुकान खुली है। शासन प्रशासन का इतने लाखों द्वारा बनाया गया सरसहाट बेकार साबित हो रहा है। तथा उसमें गाय भैस व भेड बकरिया चर रही है।
0 comments:
Post a Comment